राम आ गए Poem by Miss Pooja Anilkumar Patel

राम आ गए

राम आ गए, खुशियाँ बिखेर आईं,
दिलों में उम्मीदें फिर से जगमगाईं।

सुख-दुःख के साथी, राम वापस आए,
आँगन-आँगन में खुशियाँ बिखेर आए।

अँधेरे को हराकर, ज्ञान का प्रकाश लाए,
आत्मा को मोक्ष की राह पर ले चले।

धरती पर आये राम, आशा की बूंदें बरसाईं,
वन्दन की ध्वनि सब ओर गूँजा, खुशियों का गीत गाए।

राम आ गए, सब कुछ नवीनतम हो गया,
जीवन के अद्भुत सफर में, नया सफर शुरू हो गया।

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