Kuch yun laga mujhko raah chalte chalte
Kyun ye jahaan badal raha hai waqt ke-badalte
Pehle hua karti thi khuski har samamein
...
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The monologue of a saddened heart..... Extraordinary and heart touching ghazal as usual. Brilliant diction. Beyond rating.
वो फूल का महकना, वो पंछियों का चहकना वो झील में कवल का खिलना और खुलना अब क्या से क्या हो गया है, मौसम बदलते बदलते एक प्यारा सा लम्हा गया क्यों हाथ से फिसल फिसल के........chamatkar description hai.......10
वो फूल का महकना, वो पंछियों का चहकना वो झील में कवल का खिलना और खुलना अब क्या से क्या हो गया है, मौसम बदलते बदलते एक प्यारा सा लम्हा गया क्यों हाथ से फिसल फिसल के........chamatkar description hai.......10
वो फूल का महकना, वो पंछियों का चहकना वो झील में कवल का खिलना और खुलना अब क्या से क्या हो गया है, मौसम बदलते बदलते एक प्यारा सा लम्हा गया क्यों हाथ से फिसल फिसल के........chamatkar description hai.......10
मैं कुछ स्पष्ट नहीं मिला, लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा था लगता है क्या? 10
A touching poem, liked it....................