दूरियां Poem by Anant Yadav anyanant

दूरियां

फासलों में भी महसूस होता है,
तेरा पास होना,
दूरियों की इन राहों में,
खोया सा हर मौसम है,
पर दिल तुझसे ही जुड़ा है।

रातें अब भी तेरे ख्वाबों में डूबी हैं,
सुबह की किरणें तेरे नाम से जागती हैं,
वक्त चाहे जितना लंबा हो जाए,
दिल का हर धड़कन तेरा इंतजार करती है।

सफ़र लंबा सही, पर यकीन मजबूत है,
इस दूरी के पार, हमारा साथ है।
तेरी हंसी, तेरा साथ,
हर फासला मिटा देगा,
जब मिलेंगे, ये पल भी यादों में सिमट जाएगा।

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