अनंत है ज़िन्दगी अनंत के लिए Poem by Anant Yadav anyanant

अनंत है ज़िन्दगी अनंत के लिए

Rating: 5.0

कम नही जिंदगी तू मेरे लिए,
बस दुआ है चैन मिल जाए एक घड़ी के लिए
दिल जार मेरा कोई और नही
ये मेहनत है,
फिर न जानें तड़पता है किसी के लिए
बस ऐ जिन्दगी तमन्ना है,
खुशी मिल जाए एक घड़ी के लिए
एक छोटी सी जिंदगी है,
उसको भी ऐसे फैयाज गम ने घेरा
बस कर ये जिंदगी तरस गए एक हसी के लिए,
कितने मोह, चाह कर लिए है उत्तपन्न
बस इंतजार है उस घडी का
कम नही ये जिंदगी तू अनन्त है अनन्त के लिए।

POET'S NOTES ABOUT THE POEM
About life
COMMENTS OF THE POEM
Pushpa P Parjiea 26 April 2025

बहुत ख़ूब

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