दूरियों का सिलसिला Poem by Anant Yadav anyanant

दूरियों का सिलसिला

दूरियों का सिलसिला है, मगर बातों में प्यार है,
दिल को यकीन है, तू ही मेरे पास है।

रातें तेरी यादों में कट जाती हैं हंसकर,
सपनों में आ जाता है तू अक्सर।

फासले चाहे हों हजारों मील के,
तू मेरे दिल के पास है हर लम्हे के।

नजरों से दूर है, पर अहसास में पास है,
हमारे बीच का रिश्ता यूं ही नहीं बड़ा खास है।

मुलाकातों का इंतजार रहेगा हमेशा,
तू आएगा, ये दिल कहता है हर दफा

दूरियां भी हार जाएंगी,
जब हमारी राहें फिर से एक हो जाएंगी।

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