Friday, September 27, 2024

|| मैं यूँ हीं कहीं || Comments

Rating: 0.0

मैं यूँ हीं कहीं, किसी जगह, अनजान राहों में
अपनी ही नज़र से गिरी आंसूओं की बारिशों में
तेरे ख़त को भिगोता रहा
शब्दों के दाग़ को धोता रहा
...
Read full text

Anand Prabhat Mishra
COMMENTS
Close
Error Success