आज की रात मैं अपने सारे गम इन दीवारों से कह दूंगा.. Poem by Abhishek Omprakash Mishra

आज की रात मैं अपने सारे गम इन दीवारों से कह दूंगा..

आज की रात मैं अपने सारे गम इन दीवारों से कह दूंगा..
फिर ये बेबस रातों को रोया करेगी, और मैं चैन से सोया करूँगा...

कवि अभिषेक ओमप्रकाश मिश्रा

Saturday, January 3, 2015
Topic(s) of this poem: love and pain
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आज की रात मैं अपने सारे गम इन दीवारों से कह दूंगा..
फिर ये बेबस रातों को रोया करेगी, और मैं चैन से सोया करूँगा...
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