तु दोस्तों का दोस्त है Poem by Dr. Ravipal Bharshankar

तु दोस्तों का दोस्त है

तु दोस्तों का दोस्त है,
तुझको पता, मेरा दोस्त है
तुझे अगर मिला तो, बताना उसे,
तुझे याद करता, तेरा दोस्त है

दोस्त की बात का, बुरा नहीं लगता
दोस्त बात ना करे, तो बुरा लगता है
दोस्त तेरा हो, या मेरा हो,
दोस्त याद ना करे, तो बुरा लगता है

Tuesday, December 30, 2014
Topic(s) of this poem: love
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