जो किस्मत गर तुझे लूटे, तो माँ को याद कर लेना Poem by Abhishek Omprakash Mishra

जो किस्मत गर तुझे लूटे, तो माँ को याद कर लेना

जो किस्मत गर तुझे लूटे, तो माँ को याद कर लेना
कहर कुदरत का जो फूटे, तो माँ को याद कर लेना
कभी गोदी में रख सर तूने देखा था कोई ख्वाब वो
अचानक ख्वाब जब टूटे, तो माँ को याद कर लेना

Wednesday, December 24, 2014
Topic(s) of this poem: love and pain
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