बड़े गीत प्यार के लिखे गए हैं
मेरे प्यार की गीतों वाली पुस्तक में
ये एक और प्यार का गीत है
जो मैने उसके लिए लिखा है
जिसका दिल मेरे दिल के घर में है
अपनी प्यारी मां के लिए
जिसके घुटनों पर बैठकर
प्यार करना मैने सीखा है
जिसकी सेवा करना मेरा फर्ज़ है
जब भूल-भूलैया में रास्ता खो देता हूँ
मेरी मां ध्रुव तारे की तरह रास्ता मुझे दिखाती है
औ मेरी मां, क्योंकी तुम मुझे प्यार करती हो
और मैं तुमसे प्यार करता हूँ
मैने तुम्हारे लिए अपनी कविताओं से ताज बनाया है
जिससे मैं तुम्हारे नाम को उज्वल कर दूँगा
जल रही है तुम्हारे प्यार की रोशनी जमाने में
बदलते समय में जिन्दगी और मौत पर अब तक उजाला डाल रहा है
तेरा प्यार मेरी मां
राज स्वामी
Thank you Raj. I will be contacting you later within a day or two.
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