Thursday, April 6, 2017

कुछ ऐसे तुम चलो कुछ साथ हम चलें Comments

Rating: 0.0

कुछ ऐसे तुम चलो कुछ साथ हम चलें
बस रहे यही सबब एक साथ हम चलें

चमन में काँटों का ज़िक्र क्यों हो
...
Read full text

Talab ...
COMMENTS
Close
Error Success