Friday, November 25, 2016

वो सर्द की ढलती शाम Comments

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सर्द दिनों की
ढलती एक शाम
साफ आसमान
ढलते सूरज के बिखेरे
...
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abhilasha bhatt
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Rajnish Manga 13 April 2017

सर्दी के दिनों की शाम का मनोहारी चित्रण कमाल का है. प्रकृति और उसका मानव मन व सोच पर गहरा प्रभाव सचमुच कल्पनातीत है. इसकी जितनी तारीफ़ करें कम है. शेयर करने के लिए धन्यवाद.

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Savita Tyagi 27 December 2016

लव्ली पोयम। सर्दी की शाम का असर ही कुछ ऐसा होता है।

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Mithilesh Yadav 25 November 2016

great one mamji......... pain is something.... i think is inked in your pen....... heart touching

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M Asim Nehal 25 November 2016

सर्द में डूबी ये ढलती शाम बहुत भा गयी.......पहले आँखों में समायी फिर दिमाग़ पर छा गयी - लगा जैसे धीरे धीरे ये शाम ढलने लगी और एक सुहानी रात में बदल गयी....बहुत बढ़िया...

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Abhilasha Bhatt 25 November 2016

Phir seher aai muskurati

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