यादें ही तो जीवन के सहारे होते हैं!
भले सितारों की चमक ना हो इनमे,
पर साफ साफ हर ईक नज़ारे होते हैं!
...
Read full text
निगाहे बदली मगर अहदे वफ़ा नहीं बदला, तूफानों में कभी हमने नाखुदी नहीं बदला, बहारे आई और आकर चली गयी, मेरे चमन से लेकिन दौरे खिज़ा नहीं बदला ……
स्कूल और कॉलेज की यादें भी कमाल की होती हैं. उस मस्ती का अच्छा वर्णन किया है आपने. धन्यवाद. यादें कैसी भी हो, पर कुछ तो नज़ारा होता है! जिनमे खो जाना ही दिल को गवारा होता है! Please Edit: purpose (परपज़) = उद्देश्य......propose (प्रोपोज़) = प्रस्ताव रखना या हाथ मांगना
बहुत बहुत धन्यवाद सर!