लड़की लड़के से आखरी बार मिलने
आई है..
वो लड़के से कहती है-तुम मुझे भूल
जाओ..
...
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वाह! वाह! बेमिसाल नज़्म. प्रेमी कितना पागल था यह तो पूरी नज़्म पढ़ कर ही पता चलता है. लेकिन एक बात साफ़ है कि जिस प्यार करने वाले में इतनी दीवानगी होगी उससे बढ़ कर प्यार करने वाला प्रेमी मिलना नामुमकिन है. आपकी इस नज़्म ने दिल जीत लिया, अनिकेश जी. धन्यवाद.
Really a wonderful and beautifully narrated poem...Loved it...thanks for sharing :) Aj ham hain hamari wafaa hai Magar tum nhi ho Kl tum rahoge mera intzaar rahega Magar ham na honge...