जागो! हे, मतदाता जागो!
भारत भाग्य-विधाता जागो!
लोकतंत्र के पालनहारे.
हे, सत्ता के दाता जागो!
...
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बहुत सुंदर और वक़्त के अनुसार. वाकई जनता भारत भाग्य विधाता है. धीरे धीरे उसमे परिपक्वता आती जा रही है. धन्यवाद.
Ab jaag ke kya hoga, jo hona tha wo ho chuka......Makdi ke jaal mein sab ek sath phas gaye...
koi jagnewala nahi, soye ko jagaya jaata hai but jo jage hue soya jaisa ho...?