घास पर ओस की बूंद ने आखो को
छण भर में ताजगी का एहसास।
ठंडी मंद लहलहाती हवाओ ने
पल भर में शरीर में स्फूर्ति का एहसास।
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Verily, the bounty of nature for man is very blissful...10
प्रकृति अपनी देन की कोई कीमत नहीं मांगती. यह सबके लिए निशुल्क उपलब्ध है. कविता में इस सत्य को पूरी तीव्रता से व्यक्त किया गया है. धन्यवाद, मित्र.