किसी को अहम नाम का ।
ना चाहते हुए भी ईर्ष्या का।
तो कोई भ्रष्टाचार नाम के ।
तो कोई हिंसा नाम के ।
...
Read full text
बुराइयाँ अच्छइयों के मुकाबले व्यक्ति को जल्दी पकडती हैं. वाकई इन कीड़ों से छुटकारा आसान नहीं. श्रेष्ठ कविता.
Verily, man takes interest in such insects and nourishes them and calls them his pride....10